
पपीता खाने के 12 फायदे एवं औषधीय गुण क्या-क्या हैं ?
पपीता का उपयोग तो हम सभी अपने दैनिक जीवन में करते रहते हैं , पर क्या आप जानते हैं कि पपीता खाने के फायदे एवं औषधीय गुण इसके क्या-क्या हैं ? पपीता के इस लेख में हमलोग यह जान पायेंगेें कि पपीता के औषधीय गुण क्या-क्या हैैं ? पपीता से बीमारी में लाभ साथ-ही-साथ पपीता खाने के फायदे एवं अन्य उपयोग के तौर पर पपीता के फायदे क्या-क्या हैं ।
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पपीता का परिचय :-
पपीता को विटामिन्स का श्रोत माना जाता है ( papaya is source of vitamins ) साथ-ही-साथ यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। अतः इसके उपयोग के कई फायदे हैं । अगर पपीता खाने के फायदे हैं तो कुछ इसके साईड इफेक्ट भी हैंं ।
सर्व प्रथम पपीता “लिन्सकाटेन” नामक एक डच यात्री द्वारा 1575 में मलेशिया में लाया गया एवं फिर मलेशिया से भारत में आया । यह एक उष्णकटिबंधीय फल है जो प्रमुख रुप से भारत, ब्राजील, मैक्सिको, इंडोनेसिया में बहुतायात मात्रा में उत्पादित किया जाता है । आज के समय में प्रति वर्ष लगभग 6 मिलियन टन पपीते का उत्पादन के साथ भारत पपीता उत्पादन में विश्व में सबसे अग्रणी देश है ।
पपीता एक Multivitamins एवं खनिजों से परिपूर्ण फल है जो फल के साथ-साथ सब्जी के रूप में उपयोग किया जाता है और नियमित सेवन से पपीते के फायदे अनेकों है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है ।
पपीता खाने के फायदे एवं औषधिय गुण इसके – इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। पाचन तंत्र का सुदृृढ़ होना मानव शरीर केे लिए अत्यंत ही आवश्यक है, क्योंकि पाचन तंत्र के सही ढंग से कार्य न करनेे की स्थिति में शरीर मेंं कुछ भी खाया -पिया ठीक ढंग से नहीं लगता है और धीरे-धीरे शरीर बीमारियों का घर बनना शुरू हो जाता है।
इसके नियमित सेवन से यह पेट की सभी बीमारियों से निजात दिलाकर पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है ।
Papaya (पपीता) में popin नाामक एंजाइम मौजूद होता है, जो कि खाये हुए खाद्य पदार्थों में मौजूद को टुकड़े-टुकड़े कर भोजन को पचाने मेें सहायता करता है साथ ही इसमें पर्याप्त मात्रा में फाईबर एवं पानी भी होता है जो भोजन को पचाने एवं कब्ज संंबंधी समस्या को दूर करने मेंं सहायक होता है। इसलिए पाचन संबंधी दोष दूर करने एवंं कब्ज जैसी बीमारी मेंं घरेलू ईलाज के तौर पर पके हुुुए पपीते का सेवन नियमित रुप से करने या फिर इसका जूूस पीना बहुत ही कारगर माना जाता है और इसकी सलाह चिकत्सकोंं द्वारा भी दी जाती है।
कैंसर जैसी बीमारी रोकने में सहायक
पपीता के लाभदायक गुण एक और है, कि पका पपीते के सेेेवन नियमित सेवन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचाने में बहुत ही सहायक होता है। इसमें बीटा कैरोटीन, फाईटोन्यूट्रिएंट्स एवं फ्लेवोनोइड्स विद्यमान होतेे हैं जो colon एवं prostate cancer को रोकने में सहायक होते हैं। अतः पपीता खाने के फायदे यह भी है, कि इसके नियमित सेवन से कैंसर जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।
आँखों के लिए लाभदायक :-
पपीता से लाभ – जैसा कि हम सब यह जानते हैं, कि आँँखों की रौशनी बरकरार रखने के लिए विटामिन A से युक्त खाद्य पदार्थ खाना जरूरी होता हैै। क्योंकि विटामिन A की कमी रतौंधी नामक बीमारी का शिकार बना देती है।
पपीता खाने के फायदे यह है कि इसमें विटामिन A भी पाया जाता हैै, जो कि नेेत्र ज्योति को बरकरार रखने एवं बढ़ाने मेें अत्यंत ही लाभकारी होता है। इसके अलावा इसमें जैक्सैैनथिन (zeaxanthin) नामक एक antioxident भी मौजूद होता है जो आँखों के लिए सुुुरक्षा कवच का काम करता है।
जैसा कि आप जानते हैं कि सूर्य की रौशनी में सात रंग मौजूद होता है और इन सात रंगों में ब्लू लाईट भी मौजूद रहता है। या फिर यूँ कह सकते हैं कि ब्लू लाईट का मुख्य श्रोत सूर्य का प्रकाश होता है। सूर्य के ब्लू लाईट से मस्कुलर डिजेनेरेशन (macular degeneration) का खतरा बढ़ता है, यानि कि ब्लू लाईट का आँखों से ज्यादा संपर्क रेटिना (retina) के पीछे की आंतरिक परत को नुकसान पहुँचाता है। अर्थात् रेटिना में मौजूद प्रकाश संवेदनशील कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाता है ।
पके हुए पपीता में मौजूद जैक्सैनथिन (zeaxanthin) रेटिना में सूर्य के ब्लू लाईट के प्रभाव को रोकने में मदद करता है तथा आँखों के लिए सुरक्षात्मक भूमिका निभाता है। अतः नेत्र ज्योति के लिए पका पपीता नियमित सेवन लाभप्रद.होता है।
हृदय के लिए अमृत:-
पक पपीता खाने के फायदे कई हैं, इनमें से एक फायदा है कि इसका नियमित सेेेवन हृदय के लिए अमृत तुल्य होता है। इसमेें मौजूद fiber, विटामिन C, विभिन्न प्रकार के antioxidents एवं photochemicals मिलकर हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रोल (cholesterol) के प्रभाव को काफी हद तक कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैैं जिससेे कि हृदय की धमनियों (arteries) में रक्त का प्रवाह सुगमता से होता है। क्योंंकि पका पपीता में ज्यादा मात्रा मेें पोटैशियम तथा बहुुत ही कम मात्रा में सोडियम होता हैै।
आपको मालुम होना चाहिए कि खाद्य पदार्थ के रुप में पोटैशियम ज्यादा मात्रा तथा सोडियम कम मात्रा में लेने से रक्त का संचरण सही ढंग से होता है, जिससे रक्तचाप (Blood pressure) सही रहता है एवं हृदय अघात (heart stroke) को कम करता है। जबकि पोटैशियम कम मात्रा में और सोडियम ज्यादा मात्रा में लेने से ठीक विपरीत प्रभाव होता है यानी की ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है एवं हृदय अघात (heart stroke) की संभावना ज्यादा हो जाता है।
चूँकि पका हुआ पपीता पोटैशियम का अच्छा श्रोत होता है। समान्य तौर पर 100 gm पका पपीता में 182 mg पोटैशियम तथा 8 gm सोडियम होता है, अतः पके पपीता खाने के फायदे हैं कि इससे न सिर्फ रक्त संचरण (blood circulation) सही रहता है बल्कि हृथय रोग से ग्रसित लोगों के लिए यह रामबाण का काम करता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक
पका पपीता खाने के फायदे अलग-अलग रुप में मिलते हैं। शरीर की हड्डियाँ ही शरीर को मजबूती प्रदान करती हैं और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम और विटामिन “K” आवश्यक हैं। बगैैर विटामिन “K” के शरीर में कैल्शियम का विलय सही तरीके से नहीं हो पाता है। यानि कि विटामिन “K” के अभाव मेें शरीर में मौजूद कैल्शयम मूत्र उत्सर्जन के द्वारा शरीर से बााहर निकल जाता है। पपीता में विटामिन K और.कैल्शियम दोनोंं विद्यमान रहते हैं। विटामिन K कैल्शियम के अवशोषण में सूूूूधार करता है और मूत्र (urine) के द्वारा उत्सर्जित होने वालेे कैल्शियम को रोकता है। इस तरह पका पपीते का फायदा यह है कि इसके नियमित सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है।
बालों की सुंदरता एवं बढ़ती उम्र में लाभदायक
हर व्यक्ति चाहता है, कि वो वो अपने वास्तविक उम्र से कम दिखे एवं बढ़ती हुई उम्र को मात देकर जवाँ एवं सुंदर दिखे। तो पके हुए पपीता खाने का फायदा यह भी है कि इसके नियमित सेवन से इसमेे मौजूद विटामिन C एवं विटामिन E चेेहरे की झुर्रियों (dark circles) को धीरे-धीरे समाप्त कर देते हैंं तथा आपको एक स्वस्थ, सुंंदर और चमकदार चेहरा प्राप्त हो जाता है। इसको नियमित रुप से खानेे की आदत आपके/आपकी उम्र वास्तविक उम्र से 3-4 वर्ष कम दिखने लगेेेगी।
बाल मनुष्य के चेहरे की शोभा बढ़ाने एवं सुंदरता में चार-चाँद लगाते हैं और बगैर बाल या झड़े-पके बालों में वयक्ति का उम्र कम होने पर भी वह अपने वास्तविक उम्र से ज्यादा दिखने लगता है। पके हुए पपीता में प्रचुर मात्रा में विटामिन E एवं विटामिन C बालों को झड़ने एवं पकने से रोकने में काफी लाभदायक होते हैं। साथ ही साथ इसमें विटामिन E प्रचुर मात्रा में होने के कारण यह पुरषों में प्रजनन क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है।
वजन कम करने एवं सूजन में सहायक
पका हुआ पपीता खाने के फायदे और भी हैं। पपीते मेंं एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण और बहुमुखी पोषक तत्व होता है, जिसे choline कहा जाता है। यह choline हमारे शरीर को नींद , मांसपेशियों की गति, सिखने एवं यादाश्त बढ़ाने में सहायता करता है। Choline शरीर में cellular membrane या plasma membrane की संरचनाओं को भी बनाये रखने मेंं मदद करता है, तंत्रिका आवेगों के संचरण में सहायता करता है साथ ही साथ शरीर का अवशोषण करने मेेें सहायक होता है। इस प्रकार से इसके रोजाना सेवन करने से यह शरीर के अतिरिक्त वजन को कम करने मेें लाभदायक है तथा यह शरीर के पुरानेे सूजन को भी कम करता है।
गठिया (Arthritis) बीमारी को दूर करने में सहायक
पपीता खाने के फायदे एवं औषधीय गुण – गठिया रोग वास्तव मेें शरीर को दूर्बल बनाने वाली बीमारी हो सकती है और जिन लोगों को यह बीमारी होती है उनके जीवन के गुणवत्ता में काफी कमी आ जाती है। विटामिन C की अत्यधिक कमी शरीर में गठिया रोग (Arthritis) की उत्पति को बढ़ावा देता है। गठिया में पपीता खाने का फायदा यह है, कि इसमें anti-flammatory और विटामिन C प्रयाप्त मात्रा मेें मौजूद होते हैैं जिससे पपीता को रोजाना खाने सेे गठिया के प्रभाव को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
महिलाओं के मुश्किल दिनों में लाभप्रद
पपीता का औषधीय गुण – जो महिलायें अपने मासिक धर्म के दिनों में मुुुश्किल एवं दर्द का सामना करती हैं उन्हें पका हुआ या कच्चा पपीता किसी भी रुप मेें खाना लाभप्रद होता है। क्योंकि इसमेें पायेे जाने वाला पेपेन (papain) नामक एंजाइम महिलाओं के मासिक चक्र के दौरान प्रवाह को विनियमित करने एवं आसान बनाने में मदद करता है।
अत्यधिक शराब के सेवन से हुए लीवर के नुकसान में लाभप्रद
अत्यधिक शराब पीने के बाद व्यक्ति खुद को असहज महसुस करने करने के साथ-साथ उसे अपने पेट के अंदर कुछ अजब सा महसुस होने लगता है। ऐसा होने का कारण यह है, कि व्यक्ति एक समय में जब शराब की ज्यादा मात्रा का सेवन कर लेता है तो उसके लीवर की मांसपेशियाँ सिकुड़कर कठोर हो जाती हैं।

पपीता के औषधीय गुण – इससे निजात पाने के लिए पपीता के 5-6 बीजों को सुखाकर उसका चूर्ण बनाकर और उस चूर्ण में नीबू का रस मिलाकर इसका सेवन निरमित रुप से कम से कम एक माह तक करने से अवश्य ही लाभ होता है और एक महीने के बाद लीवर एक स्वस्थ लीवर की भाँति हो जाता है।
डेंगू बीमारी में रामबाण
कुछ पोधे ऐसे होते हैं जो औषधीय गुणों से भरपूूूर होते हैंं और जिनका विभिन्न रूपों में इस्तेेमाल किया जाता हैै। चूँँकि पपीता में कााफी मात्रा मेंं एंजाइम मौजूूद होते हैं, लेेेेकिन इसके पत्ते भी औषधीय गुण से भरपूर होते हैं।

डेंगू बुखार एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है जिसका ईलाज अगर समय से न हो तो यह जानलेवा हो जाता है। पपीता के पत्तों में डेंगू बुखार को ठीक करने वाले औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसके पत्तों में काफी मात्रा में पेपेन (papain) एंजाइम होता है जो डेंगू बुखार में रामबाण का काम करता है। इन पत्तों का रस (juice) डेंगू बूखार के रोगी को पिलाने से डेेंंगूू जैसी बीमारी ठीक हो जाती हैै।
पपीता के साइड इफेक्ट
जहाँ एक तरफ पपीता खाने के फायदे एवं औषधीय गुण हैं जो कई तरह से लाभप्रद हैं वहींं दूसरी तरफ इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं, जिन्हें जानना भी आवश्यक है ताकि इसके गलत इस्तेमाल से बचा जा सके।
जहाँ एक तरफ पका हुआ पपीता गर्भवती महिलाओं के लाभदायक होता है वहीं दूसरी तरफ कच्चा पपीता :- गर्भवती महिला या फिर दूध पिलाने वाली माता के लिए अत्यंत ही नुकसान दायक होता है। क्योंकि कच्चा पपीता में पेपेन एंजाइम काफी मात्रा में मौजूद होता हैै और यह पेपेन (papain) एंजाइम प्रोस्टाग्लैंडिस और ऑक्सीटोसिन की तरह कार्य करता है, जो कि महिला के गर्भ में भ्रूण के बनने एवं उसके विकास में बाधक हो जाता है।
पेपेन एंजाइम महिला गर्भ के भ्रूण के महत्वपूर्ण झिल्ली को इतना कमजोर कर देता है, कि पहली तिमाही में गर्भपात हो सकता है, साथ ही दूसरी तिमाही में बच्चे के शरीर को नुकसान पहुँचा सकता है एवं तीसरी तिमाही में सेवन से समय से पहले प्रसव का खतरा रहता है। अतः गर्भवती महिला को कच्चा पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए।
पुरषों द्वारा कच्चा पपीता का ज्यादा सेवन उनके प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने एवं उसे कम करने का कारण बन सकता है।
Conclusion:-
दोस्तों पपीता एक ऐसा फल है जिसमें बहुत सारे पोषक तत्व पाये जाते हैं। इस कारण से इसमें बहुत सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसका उपयोग फल के रुप में तथा सब्जी के रूप में भी होता है। इसमें कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जिससे कई प्रकार के बिमरियों के सेवन में लाभ मिलता है। कुल मिलाकर पपीता औषधीय गुणों का खान है। यह स्वास्थ्य वर्धक एवं चेहरे की सुंदरता के लिए लाभप्रद होता है।